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/* हम-तुम एक डाल के पंछी (गीत-संग्रह) */
*[[प्रणय का आह्वान / शंकरलाल द्विवेदी ]]
*[[प्राण हैं आज से टूटने के लिए / शंकरलाल द्विवेदी ]]
*[[तेरी पाती के संबोधन / शंकरलाल द्विवेदी ]]