भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
(1)
तुम्हें पता है कितना अकेला और कमज़ोर होता है मरीज़ कोरोना की आईसीयू<ref>इण्टेंसिव केयर यूनिट यानी गहन चिकित्सा - कक्ष</ref> में
तुम आईसीयू में होती तो जानते हुए मौत के ख़तरे को भी
मैं आता और लिपट कर तुम्हें चूम लेता