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Kavita Kosh से
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यदि तुम जा रही हो
डिब्बा बंद बन्द मछली और बीन्स के साथ एक गलियारे में जिसमे जिसमें है
ऊपर मद्धम, चमकीली रोशनी और
नीचे टूटी हुई टाइलें
इस बोध के साथ कि व्यर्थ है ज्यादातर चीजें हैं ज़्यादातर चीज़ेंऔर एकाएक अनुभव करती हो तीव्र इच्छा इस सब को सबको ख़त्म कर देने की, रुको मत। एक दोस्त को फोन फ़ोन करो।अपनी मांमाँ, यदि वह है तो, को फोन फ़ोन करो
और यदि तुम उसे झेल सकती हो,
सुनो उसकी बात डिब्बा बंद बन्द मछली और बीन्स कीकीमत क़ीमत के बारे में। में ।
बोलने वाली घड़ी से पूछो। जान लो
कि जो भी समय वह बताती है वही है वह समय
जब सब कुछ बदल जायेगा। जाएगा । छोड़ दो मनहूस गलियारे को। को ।
ऐसी किसी जगह न जाओ जहाँ वे बेचते हैं
मिठाइयाँ, चिप्स, शराब,
कुछ क्षणों का प्यार अथवा लॉटरी टिकट। टिकट ।
देखो कि गलियारे के बिलकुल बाहर ही
ढेर से लोग हैं भीतर से तुम से भी अधिक रिक्त,
जिनके आकाश हैं तुमसे भी अधिक अंधियारे। अन्धियारे।
अपने को तलाशो, क्योंकि किसी और को सुनने से
नहीं मिलती कभी कोई मदद।
यदि तुम उन लोगों में से एक हो जो
“भाग रहे हैं शहर के चारो ओर पागलों की भांति”भाँति”,लोग जो छलांग छलाँग लगाते हैं ऊँची इमारतों से,
शीशे के अग्रभाग वाली इमारतें जिनमें नहीं होती पर्याप्त हवा,
यदि तुम असफल हो रही हो भुलाने में टूट चुकी कहानी को,
यदि तुम बंद बन्द रही हो एक दड़बे में बहुत लम्बे समय एक बहुत ऊँचे टॉवर में एक खतरनाक ख़तरनाक और ख़राब हालत में,ढेर सारे टीवी चैनल्स और ढेर सरे सारे टीवी डिनर्स के साथ। साथ ।
जहाँ हैं ढेर सारे बिस्कुट, चॉकलेट
यदि तुम नहीं उठी समय से आज काम पर जाने को,
अगर आज बीत गया अपराह्न घंटों घण्टों पहलेऔर तुम्हें जगाये जगाए हुए हैं है ख़ामोशी,
यदि तुम्हें केवल इतना लगता है कि
किस तरह लेनी है साँस सांस भीतर और बाहर ठंडे ठण्डे होते गाढ़े तारकोल की लहरों की भांति। भाँति ।
यदि तुम चाह रही हो देर से
नीचे खींच लेना सूरज को अपनी
प्रार्थनाओं से,
छोड़ दो यह मनहूस बिस्तर। बिस्तर ।
धो डालो मनहूस दीवारों को, खोल दो
एक खिड़की
बारिश में भी। बर्फ भी । बर्फ़ गिर रही हो तब भी। भी । सुनो बाहर से आती चर्च की घंटियों घण्टियों की आवाज़। आवाज़ । जानो कि वे बजती हैं जीतनी जितनी भी बार
वह आधा ही है उन परिवर्तनों का
जो तुम्हें करने हैं। हैं । बंद बन्द करो करना प्रयत्न मरने का। का । अपना समय पूरा करो यहाँ। अपना काम करो। करो । साफ साफ़ कर डालो फ्रिज। फ्रिज । दूर फेंको सोया मिल्क। मिल्क । सोया मिल्क बना है बच्चों के आँसुओं से। से । रखो कुछ फूल मेज मेज़ पर। खड़ा करो उन्हें एक जग में। में । काट डालो हरी सब्ज़ियाँ यदि कुछ हैं तुम्हारे पास। पास । जानो कि क्या तुम हो भूखी किसी चीज चीज़ के लिए पर सोच नहीं पा रही कि किस चीज चीज़ के लिए,
अधिकतर तुम होती हो प्यासी मात्र
प्रेम के लिए
तुम्हारी हड्डियाँ लगें भारी
खोखली होने के बावजूद
यदि तुम हो गयी गई हो तीस के पार की
उत्सव मनाओ
और यदि अभी नहीं हुई हो
यदि तुम स्वप्न देखती हो शहर के
पर रहती हो ग्रामीण इलाके में
दूध दूहो गायों का। का । बेचो भेड़ें। भेड़ें । जानो कि वे देंगी तुम्हें शुभकामनाएं शुभकामनाएँ दूध के बर्तनों के साथ फोटो खिचवाना फ़ोटो खिंचवाना अथवा दौड़ना पहाड़ों की हरी -भरी चोटियों पर गिना जायेगा जाएगा किसी और के स्वप्नों की शुरुआत में। में । देखो, वे कभी नहीं रोकेंगे तुम्हें। तुम्हें । यह केवल तुम थी, केवल तुम।तुम ।
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : श्रीविलास सिंह'''
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