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शिशु / नरेश सक्सेना

520 bytes added, 10:08, 24 फ़रवरी 2021
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शिशु लोरी के शब्द नहीं
संगीत समझता है,बाद में सीखेगा भाषाअभी वह अर्थ समझता है ।
समझता है सबकी भाषासभी के अल्ले ले ले ले,तुम्हारे वेद पुराण कुरानअभी वह व्यर्थ समझता है । अभी वह अर्थ समझता है ।  समझने में उसको, तुम होकितने असमर्थ, समझता हैबाद में सीखेगा भाषा।भाषाउसी से है, जो है आशा ।
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