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कारख़ाने चलते हैं
कामगार रहते हैं बेहोश
अपराधी सोते हैं
अपराधों का कोई संबंध सम्बन्ध अबअंधेरे अन्धेरे से नहीं रहा
सुबह सभी दफ़्तर खुलते हैं अपराध के।
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