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Kavita Kosh से
छू भर लो तुम जिसको उसकी हो जाये रंगीन हथेली!
तुम हो कौन सजनि अलबेली!!तुम हो कौन सजनि अलबेली!!
तितली के पंखों पर चुनकर,तुमने ही सब रंग लिखे,