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तुम / सरोज मिश्र

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छू भर लो तुम जिसको उसकी हो जाये रंगीन हथेली!
तुम हो कौन सजनि अलबेली!!तुम हो कौन सजनि अलबेली!!
तितली के पंखों पर चुनकर,तुमने ही सब रंग लिखे,
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