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/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[नदी का छोर / ओम निश्चल]]
* [[नया जनम ले रही है चाहत / ओम निश्चल]]
* [[पर हर सू मण्डरा रहे हैं पूँजी के प्रेत / ओम निश्चल]]
* [[फटी लंगोटी खड़ाऊ गांधी का यह देश / ओम निश्चल]]
* [[फिर घटाएं जामुनी छाने लगी हैं / ओम निश्चल]]