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<poem>
पहेली :
बागों में वह सदा सुहावै,
मोती की बून्दें बरसावै ।
सदा मौन खाती वह रहै,
बासू केर खगनियाँ कहै ।
उत्तर : कुआँ
</poem>
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पहेली :
बागों में वह सदा सुहावै,
मोती की बून्दें बरसावै ।
सदा मौन खाती वह रहै,
बासू केर खगनियाँ कहै ।
उत्तर : कुआँ
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