भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
किसी परीकथा में अपनी हिस्सेदारी
या आपका जूता !
आप उसे ज़्यादा से ज़्यादा क्या दे सकते हैं ?
आप उसे दे सकते हैं केवल एक चीज़ -
अपना जूता : बाक़ी तीन
चीज़ें आप क़िताब के हवाले कर देते हैं ।
कि फिर वह बच्चा ज़िन्दगी भर सोचता रह जाता है