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स्त्री व पानी / कविता भट्ट
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06:06, 17 फ़रवरी 2022
रस-छन्द-अलंकार-व्याकरण है इनमें
'''छले जाते; किन्तु दोनों व्यापारहीन हैं।'''
'''( विश्व जल दिवस ,22 मार्च,
201
2021
)'''
</poem>
वीरबाला
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