भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
'''एक पुराना उत्कीर्णन'''
मन्मथ’ मन्मथ<ref>यूनानी पौराणिकी के ‘क्यूपिड’ के लिए। वह अफ्रोदिता (वीनस) का बेटा था और प्रायः उसको चित्रण शिशु रूप में माँ की गोद में हुआ है। उस उम्र में भी इतना शरीर कि एक बार अपना बाण माँ के ही वक्ष में चुभो दिया। बख़्शा उसने ख़ुद को भी नहीं, और इस तरह ‘साहके’ के साथ उसका नाम जुड़ा ।</ref> बैठा है
मानवता के कपाल पर,
और इस सिंहासन पर आसीन पालकी
मेरी मेधा है, मेरा रुधिर है
और मेरी देह है ।’
 
'''यूनानी पौराणिकी के ‘क्यूपिड’ के लिए। वह अफ्रोदिता (वीनस) का बेटा था और प्रायः उसको चित्रण शिशु रूप में माँ की गोद में हुआ है। उस उम्र में भी इतना शरीर कि एक बार अपना बाण माँ के ही वक्ष में चुभो दिया। बख़्शा उसने ख़ुद को भी नहीं, और इस तरह ‘साहके’ के साथ उसका नाम जुड़ा।'''
'''अंग्रेज़ी से अनुवाद : सुरेश सलिल'''
</poem>
{{KKMeaning}}
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,630
edits