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मीरां / अर्जुन देव चारण
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07:00, 9 जुलाई 2022
यह कैसा स्वभाव
कुदरत के कण-कण में
घुल गई प्रीत।
'''अनुवाद : नीरज दइया'''
</Poem>
Neeraj Daiya
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