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{{KKRachna
|रचनाकार=अज्ञेय
|संग्रह=अरी ओ करुणा प्रभामय / अज्ञेय
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<Poem>
: पुल पर झुका खड़ा मैं देख रहा हूँ,
रंगारंग मछलियाँ।
'''इलाहाबाद, 19 दिसम्बर, 1958'''
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