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Kavita Kosh से
अनुरोध करता हूँ मैं अपनी सरकार से
कि वह पहरेदारों की संख्या दोगुनी कर दे
दोगुनी नहीऊंनहीं, बल्कि तिगुनी कर दे
ताकि स्तालिन न उठ खड़ा हो
अपने फ़ौलादी इतिहास से
सच्चे मन से हमने यह देश संभाला था
पर वह डरता था हमसे
वह, जो उद्देश्य में रखता था विश्वास
पर साधन उद्देश्य के अनुकूल हों