वाकई डी एम मिश्र गजल के प्रति अपनी अंतर्निष्ठा और प्रतिश्रुति का इजहार अपनी गजल के एक शेर के जरिये ही करते हैं कि “ गजल मेरी ताकत है , गजल ही जुनूँ है / जो गूँगे थे उनकी जुबाँ बन गया मैं "
::::::नचिकेता मोबाइल नं 9835260441 ::::::: पटना , बिहार मोबाइल नं 9835260441
</poem>