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पहाड़ - 2 / कमल जीत चौधरी

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पहाड़ झुके - झुके 
चलते थे द्वापर में 
पहाड़ झुके - झुके 
चलते हैं कलियुग में
पहाड़ धरती की पीठ पर कुब्जा हैं —
 
कृष्ण कहाँ हैं ?
</poem>
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