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Kavita Kosh से
पर यदि वे भौंके नहीं और अपनी पूँछ नहीं हिलाएँ
तो बेदुईन उनका कुछ नहीं कर सकता
वे जानते हैं
कि अगर कुत्ता नहीं तो
उन्हें घोड़ा बनना पड़ेगा ।— घोड़ा
और आजकल सभी घोड़े
चबाते हैं अपना दाना-पानी