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उन्हें रूठने की फुर्सत नहीं
चहकने की कोशिश करने पर
सिप़फ़र् सिर्फ़ रुलाई फूट सकती है।
बाबा के किस्से, दादी की सीख
उनके लिए बेमानी हैं, बकवास हैं