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बूबू-1 / शुभम श्री

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<poem>
दूदू पिएगी बूबू
ना
बिकिट खाएगी
डॉगी देखेगी
ना
अच्छा बूबू गुड गर्ल है
निन्नी निन्नी करेगी
ना
रोना बन्द कर शैतान, क्या करेगी फिर ?
मम्मा पास
</poem>
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