भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कानेको मिसुजु |अनुवादक=तोमोको कि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=कानेको मिसुजु
|अनुवादक=तोमोको किकुची
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
बर्फ़ के ऊपरवाले हिस्से को
ठण्ड लगती होगी —
उसपर शीतल चान्दनी झरती है ।

बर्फ़ के नीचेवाले हिस्से को
भारीपन लगता होगा —
ढेर सारी बर्फ़ को लादे हुए ।

बर्फ़ के बीचवाले हिस्से को
अकेलापन लगता होगा —
आसमान और धरती नहीं दिखाई देते ।

'''मूल जापानी से अनुवाद : तोमोको किकुची'''
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits