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Kavita Kosh से
सब बदमाशी के क़िस्से हैं
जो शिकारियों ने लिक्खे हैं
ये शिकार की छद्म कहानी
होती रेत है लगता पानी।
जब तक सिंह नहीं सीखेगा
क़िस्सागोई इस जंगल की
जब तक सिंह नहीं लिक्खेगा
असल कहानी दावानल की