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खेल है ये तो ज़िन्दगी क्या है
इस तमाशे में फिर सही क्या है
मान लेते हैं कुछ नहीं हैं हम Ravi Sinhaजिसको पूजा किये वही क्या है Jun 28, 2024, 5:02 PM (7 days ago)to bcc: me
मुल्क तारीख़ में नशा चाहे दौर-ए-जम्हूर आगही<ref>चेतना (awareness)</ref> क्या है ख़ुद का भी जायज़ा लिया जाये
क़त्ल करते हो गीत गाते हो नज़्म-ए-क़ातिल में नग़्मगी<ref>लय (lyricism)</ref> क्या है फिर ज़माने से कुछ कहा जाये
कौन क़ुदरत में दख़्ल देता है एक पौधे की बन्दगी क्या है KHud ka bhii jaa.ezaa liyaa jaaye
क्या अनासिर<ref>पंचतत्व ( elements)</ref> तो क्या तसव्वुर<ref>कल्पना (imagination)</ref> है कारख़ाना है आदमी क्या है Phir zamaane se kuchh kahaa jaaye
कैसे कैसे ख़याल आते हैं इन मशीनों में ये ख़ुदी क्या है
अजनबी से ही गुफ़्तगू मुमकिन कोई बतलाये अजनबी क्या बूद गहरा है तेज़-रौ है हयात
हुस्न दरिया है पास बहता है इश्क़ पूछे है तिश्नगी<ref>प्यास (thirst)</ref> क्या है आइये डूबकर बहा जाये
एक लड़की हज़ार बातें हैं इस मुहल्ले को काम ही क्या हैBuud gahraa hai tez-rau hai hayaat
हालAa.iye Duub kar bahaa jaaye   ख़ुद में गहराइयाँ समेटे हूँ  किस बुलन्दी को अब चढ़ा जाये  KHud me.n gahraa.iyaa.n sameTe huu.n Kis bulandii ko ab chaDHaa jaaye    यूँ तो ख़ल्वत है बे-नियाज़ी है  शोर हर सम्त क्यूँ बढ़ा जाये  Yuu.n to KHalvat hai be-दुनिया पे शे'र कहते हो niyaazii hai Shor har samt kyuu.n baDHaa jaaye   रौशनी तो ख़ला में भटके है और आलम ये फैलता जाये  Raushnii to KHalaa me.n bhaTke hai Aur ‘aalam ye phailtaa jaaye   हम हैं नाज़िर हमीं नज़ारा हैं  दरमियाँ गर ख़ुदा न आ जाये  Ham hai.n naazir hamii.n nazaaraa hai.n Darmiyaa.n gar KHudaa na aa jaaye   तुख़्म क्या बोइये क़दामत का  क्यूँ न जंगल को ही चला जाये  TuKHm kyaa bo.iye qadaamat kaa Kyuu.n na jangal ko hii chalaa jaaye  अहल--दुनिया<ref>दुनिया के लोग -------------------------------------------------------शब्दार्थ :  बूद – हस्ती, अस्तित्व (inhabitants of the worldexistence); तेज़-रौ – तेज़-रफ़्तार (swift); हयात – ज़िन्दगी (life); ख़ल्वत – एकान्त, अकेलापन (solitude); बे-नियाज़ी – उदासीनता, निस्पृहता (unconcern); सम्त – ओर, दिशा (direction); ख़ला – शून्य (space); आलम – ब्रह्माण्ड (universe); नाज़िर – दर्शक (spectator); नज़ारा – दृश्य (spectacle); तुख़्म – बीज (seed); क़दामत – प्राचीनता (antiquity)</ref> को शाइरी क्या है
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