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मुझे पानी दो / गुन्नार एकिलोफ़

No change in size, 20:18, 23 नवम्बर 2008
<Poem>
मुझे पानी दो
पीने के लिए नहीमनहीं
वरन धोने के लिए अपना अंतस
मैं नहीं मांगता हूँ तेल
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