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Kavita Kosh से
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होने पाए न उनको खबर देखिए
उन दुआओं का हम पर असर देखिए
अब लहू दिल में बाकी बाक़ी नहीं, जो बहेखोलकर, मेरा ज़ख्मेज़ख़्म-जिग़र ए-जिगर देखिए
देखकर गाल पर तिल, तड़क ही गया