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उस एक पल के लिए / सुकेश साहनी
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,
29 मार्च
एक पल के लिए
चाहें तो
चुरा
-
लें-नजरें
या कि-
समेट लें
उस पल को
नवजात शिशु की
तरह
तरह।
</poem>
वीरबाला
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