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और पपीहा अस्वीकृत कर दे स्वाति के आमंत्रण को,
संबंधों की असिधारा पर अगर कठिन हो चल पाना।
मीत तोड़कर सारे बंधन निर्मोही तुम होजाना.।।होजाना।।
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