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सूरज गायब हो गया
चौकी के पीछे
और अचानक बन्द हो गईंदिन के सप्त सुरों कीप्रभावशाली आवाज़ें अचानक बन्द हो गईं।
छतों के कंगूरों पर
दिन की तन्त्रिकाएँ
रोशनियाँ झिलामिला झिलमिला रही हैं
छतों से लटके
लैम्पों में
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