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दिव्य प्रकाश में फैला जो उसके चारों ओर
रच रही पृथ्वी पर वो स्वर्गिक सौन्दर्य की लहरें
1889
शब्दार्थ :
पेरुगिन= >पिएत्रे पेरुगिनो (1446—1524), पुनर्जागरण युग के एक इतालवी चित्रकार
'''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
1889 г.
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