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ठीक वैसे ही
जैसे मैं तुम्हारे वजूद का
मैं श्ग्रिड़ड़णी शृंगारिणी भी तुम्हारी वज़ह सेमैं शृंगारिणी वीतरागिनी भी तुम्हीं से
जैसे तुम
मुझसे मिलकर नृत्य रात गोपाल