भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
मीराबाई
,* [[गली तो चारों बंद हुई, मैं हरिसे मिलूं कैसे जाय / मीराबाई]]
* [[नातो नामको जी म्हांसूं तनक न तोड्यो जाय / मीराबाई]]
* [[माई म्हारी हरिजी न बूझी बात / मीराबाई]]
* [[दरस बिनु दूखण लागे नैन / मीराबाई]]