भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
मूर्ति में देवता<br>
देवता के हाथों में त्रिशूल खड्ग बाण<br>
कभी भी मिल सकते हैं<br>
यह सब पता है हम सभीको <br>
पता नहीं है <br>
हम कहाँ उड़ रहे...
Anonymous user