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Kavita Kosh से
अज़ान जो अपनी ही वीरानगी से टकरा कर<br>
थकी छुपी हुई बेवा ज़मीं के दामन पर<br>
पढ़े नमाज़ ख़ुदा जाने किसको सिज़दा सिजदा करे<br><br>