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Kavita Kosh से
* [[रहबर से अपनी राह जुदा कर चले हैं हम / फ़ैज़]]
* [[तुझ को चाहा तो और चाह ना की / फ़ैज़]]
* [[जो कहा तु सुन के उड़ा दिया / फ़ैज़]]
* [[फिर शब-ए-वस्ल मुलाकात न होने पायी/ फ़ैज़]]