भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

साँचा:KKRekhankitRachnaakaar

5 bytes added, 18:20, 3 फ़रवरी 2009
<tr><td valign=top>[[चित्र:Gopaldasneeraj.jpg|50px|right]]</td>
<td valign=top>
'''[[गोपालदास "नीरज"]]''' साहित्य के उज्जवल उज्ज्वल नक्षत्र है। उनका का नाम सुनते ही सामने एक ऐसा शख्स शख़्स उभरता है जो स्वयं डूबकर कविताएँ लिखता हैं और पाठक को भी डूबा डुबा देने की क्षमता रखता है। जब '''[[गोपालदास "नीरज"|नीरज]]''' मंच पर होते हैं तब उनकी नशीली कविता और लरजती आवाज लरज़ती आवाज़ श्रोता -वर्ग को दीवाना बना देती है।
</td></tr></table>
<!----BOX CONTENT ENDS------>
</div><div class='boxbottom'><div></div></div></div>