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म्हारो अँचरा ना छुए वाको, घूँघट खोलै हो।
'मीरा' को प्रभु साँवरो, रंग रसिया डोलै हो॥
'मीरा' को प्रभु साँवरो, रंग रसिया डोलै हो॥
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