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Kavita Kosh से
उसे क्या करना चाहिए
वह क्या कर जाता है
इस मुकाम से उस मुकाम पर
हाँक रहे हैं
आँक रहे हैं
कुल मिलाकर इस वक्त
ग़रीब दास बाकी धर्मों के ख़िलाफ़ धर्म है
मुल्क के ख़िलाफ़ सूबा है
सूबे के ख़िलाफ़ ज़िला हैज़िले के ख़िलाफ गाँव है गाँव के ख़िलाफ जात है
उसे नहीं मालूम
उस मुख़ाल्फ़त एक के पीछे
किसका हाथ है
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