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[[Category:कविता]]
<poem>जिन घरों के बच्चे
अक्सर पानी पी कर
भूख कोधता को धता बताते हैं
जिन घरों के बच्चे
जिन घरों के बच्चे
बचपन के बीचो6 बीचों- बीच
बचपनहीन होते हैं
वे घर उम्मीदों के भण्डार हैं
बेहतर दुनिया के
विश्वस्त आधार हैं
</poem>