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उलटी हो गई सब तदबीरें, कुछ न दवा ने काम किया / मीर तक़ी 'मीर'
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21:32, 26 फ़रवरी 2009
यानि रात् बहोत थे जागे सुबह हुई आराम किया<br><br>
नाहक़ हम मजबूरों पर
ये
तोहमत है मुख़्तारी की<br>
चाहते हैं सो आप करे हैं, हमको अबस बदनाम किया<br><br>
Irfan
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