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|रचनाकार=लुई आरागों
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<poem>
जोर्जो दे शिरीको के लिए

प्यार पर किसीने लिखा-
आग लग जाने पर बचाव के लिए भागना मना है
आकाश पर किसी ने लिखा-
आप भूल कर रहे हैं वह यहाँ से नहीं है
और रात पर किसी ने लिखा-
रात पर
किसीने कुछ भी नहीं लिखा था


ले देस्तीने द ला पोयज़ी(1925-1926) से
</poem>

'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी
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