भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हवा में / विष्णु नागर

236 bytes added, 21:43, 25 अप्रैल 2009
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विष्णु नागर }} <poem> हवा में उड़ गये उसके कपड़े उड़न...
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=विष्णु नागर
}}

<poem>
हवा में उड़ गये उसके कपड़े
उड़ने दो, हवा में उड़े हैं।
</poem>
Mover, Uploader
752
edits