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हास्य-रस -एक / अकबर इलाहाबादी
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15:11, 2 मई 2009
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कर दिया कर्ज़न ने ज़न मर्दों की सूरत देखिये
आबरू चेहरों की सब ,फ़ैशन बना कर पोंछ ली
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हेमंत जोशी
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