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07:24, 12 मई 2009
लेखक: [[भवानीप्रसाद मिश्र]]{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=त्रिलोचन|संग्रह=}}
[[Category:कविताएँ]]
[[Category:भवानीप्रसाद मिश्र]]
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*<poem>दरिंदाआदमी की आवाज़ मेंबोला
दरिंदा<br>आदमी की आवाज़ स्वागत में<br>मैंनेअपना दरवाज़ाबोला<br><br>खोला
स्वागत में मैंने<br>अपना और दरवाज़ा<br>खोला<br><br>खोलते ही समझाकि देर हो गई
और दरवाज़ा<br>खोलते ही समझा<br>कि देर हो गई<br><br> मानवता<br>थोड़ी बहुत जितनी भी थी<br>ढेर हो गई !<br><br/Poem>
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