भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKRachna
|रचनाकार=ग़ालिब
|संग्रह= दीवाने-ग़ालिब / ग़ालिब
}}
[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>
इशरत-ए-क़तरा<ref>बूंद का ऐश्वर्य</ref> है दरिया में फ़ना<ref>विलीन</ref> हो जाना
दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना
तुझसे क़िस्मत में मेरी सूरत-ए-कुफ़्ल-ए-अबजद<ref>ताले के सदृश</ref>
था लिखा बात के बनते ही जुदा हो जाना