भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
कवि: [[सुमित्रानंदन पंत]]{{KKGlobal}}[[Category:कविताएँ]]{{KKRachna[[Category:|रचनाकार=सुमित्रानंदन पंत]] ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~|संग्रह=}}
मैने छुटपन मे छिपकर पैसे बोये थे<br>
सोचा था पैसों के प्यारे पेड़ उगेंगे ,<br>