भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
}}
<poem>
'''(बीस बरस के उस नौजवान के जज्बातजज़्बात,जिसकी माँ उसी दिन मर गई जिस दिन वह पैदा हुआ)'''
ये मस्त-मस्त घटा ये भरी-भरी बरसात
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits