भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

रहीम दोहावली - 5

88 bytes added, 13:49, 23 जून 2009
{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=रहीम}}[[Category:दोहे]]उमड़ि-उमड़ि घन घुमड़े, दिसि बिदिसान । <BR/>
सावन दिन मनभावन, करत पयान ॥ 401 ॥ <BR/><BR/>