भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
}}
[[Category:पद]]
हे री मैं तो प्रेम-दिवानी मेरो दरद न जाणै कोय।<br>
घायल की गति घायल जाणै, जो कोई घायल होय।<br>