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{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार: [[= जावेद अख़्तर]][[Category:कविताएँ]]}}
[[Category:गज़ल]]
तुमको देखा तो ये ख़याल आया <br>
ज़िन्दगी धूप तुम घना साया <br><br>