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Kavita Kosh से
वो दर्द कि उठा था यहाँ याद रहेगा<br><br>
हाँ बज़्मे-शबाँ में हमशौक़ जो उस दिन<br>
हम तेरी जानिब निग्रा याद रहेगा<br><br>