<tr><td valign=top>[[घनश्याम चन्द्र गुप्त]]</td>
<td valign=top>प्रूफ़ रीडिंग के लिये</td>
<td valign=top>[[घनश्याम चन्द्र गुप्त]] ने कोश की शुरुआत से के प्रारंभ होते ही कोश में जोडी जा रही रचनाओं में वर्तनी की त्रुटियों को सुधारने का महत्वपूर्ण काम किया है। उनके इस अथक सहयोग के लिए कविताकोश द्वार उन्हें निरंतर योगदान चक्र से सम्मानित किया जाता है।०७ अक्टूबर २००६</td>
</tr>
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